Shikha Arora

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लेखनी प्रतियोगिता -05-Apr-2022 - दाता तुम्हीं राम

दाता तुम्हीं हो राम ,
मैं पुकारूं बस तेरा नाम।
झोली फैलाऊं आगे तुम्हारे,
दूजा नहीं मुझको काम ।
द्वारे तेरे पर मोक्ष मिले, 
तेरे आगे तो होंठ सिले ।
हृदय के भाव लो पहचान,
प्रेम के जगत फूल खिले ।
राम कृपा अपनी बरसा दो,
भवसागर से पार लगा दो ।
बलिहारी तुम पर हो जाऊं,
जग में तुम सम्मान दिला दो ।
देवों में एक देव हो तुम ,
सीता की मनमीत हो तुम ।
लक्ष्मण , भरत जैसे भाई तुम्हारे ,
कौशल्या के लाल हो तुम ।
हनुमत जैसा भक्त तुम्हारा ,
विभीषण को था तुम्हारा सहारा ।
सौम्या स्वभाव तुम्हारा श्री राम,
मनमोहक हैं रूप तुम्हारा ।
जग का तुम कल्याण कर दो ,
शबरी जैसे उद्धार कर दो ।
मन मंदिर में जोत जगाऊं,
जीवन को तुम रोशन कर दो।
दाता एक तुम ही हो राम ,
पुकारूं तुमको मैं सुबह शाम ।
दर्शन दे दो मुझको अब तो ,
बन जाए सारे बिगड़े काम ।।


प्रतियोगिता हेतु
शिखा अरोरा (दिल्ली)

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16 Comments

Anam ansari

06-Apr-2022 08:15 PM

बहुत अच्छा

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Seema Priyadarshini sahay

06-Apr-2022 03:09 PM

बहुत खूबसूरत

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K.K.KAUSHAL (Advocate)

06-Apr-2022 01:46 PM

Bahut bahut badhai ho.

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